×

मुद्गल ऋषि का अर्थ

[ mudegal risi ]
मुद्गल ऋषि उदाहरण वाक्य

परिभाषा

संज्ञा
  1. पुराणों में वर्णित एक बहुत ही धर्मात्मा ऋषि:"मुद्गल दुर्वासा ऋषि के समकालीन थे"
    पर्याय: मुद्गल

उदाहरण वाक्य

अधिक:   आगे
  1. उसी समय वहां योगिराज मुद्गल ऋषि पधारे।
  2. तात्पर्य यह कि मुद्गल ऋषि की जो इन्द्रियां पराङ्मुखी थीं , वे उनके योगयुक्त ज्ञानी नेता केशी वृषभ के धर्मीपदेश को सुनकर अन्तर्मुखी हो गई।
  3. पर मुद्गल ऋषि ने सोचा कि स्वर्ग में नया शुभ कर्म नहीं किया जा सकता और ऐश्वर्य का सुखद समय भी शुभ कर्मों के फलों का अंत होने पर एक दिन अवश्य समाप्त होगा।
  4. जब शिव ने दक्ष प्रजापति के यज्ञ को विध्वंस करा दिया था तो गणेश चरित्र के रचयिता मुद्गल ऋषि के निर्देशानुसार षट्भुजी गणेश की पूजा कर दक्ष प्रजापति ने यज्ञ आरंभ किया तो वह सफल हो गया , अत : गणेशजी शुभंकर कहलाये।
  5. कारण यह है कि सर्वप्रथम मुद्गल ऋषि ने अपनी पालिता पुत्री विभावरी की शादी मात्र इसलिए कर सकने में असमर्थ थे कि विभावरी की जन्मकुंडली में प्रथम भाव में मंगल-कर्क राशि का एवं सातवें भाव में गुरु , सूर्य, मकर राशि का होकर बैठे थे।
  6. ( ऋग्वेद १ ० , १ ० २ , ६ ) जिस सूक्त में यह ऋचा आई है उसकी प्रस्तावना में निरुक्त के जो ‘ मुद्गलस्य हृता गावः ' आदि श्लोक उद्धृत किए गए हैं , उनके अनुसार मुद्गल ऋषि की गौवों को चोर चुरा ले गए थे।
  7. मुद्गल ऋषि के सारथी ( विद्वान् नेता ) केशी वृषभ जो शत्रुओं का विनाश करने के लिए नियुक्त थे , उनकी वाणी निकली , जिसके फल स्वरूप जो मुद्गल ऋषि की गौवें ( इन्द्रियाँ ) जुते हुए दुर्धर रथ ( शरीर ) के साथ दौड़ रहीं थीं , वे निश्चल होकर मौद्गलानी ( मुद्गल की स्वात्मवृत्ति ) की ओर लौट पड़ीं।
  8. मुद्गल ऋषि के सारथी ( विद्वान् नेता ) केशी वृषभ जो शत्रुओं का विनाश करने के लिए नियुक्त थे , उनकी वाणी निकली , जिसके फल स्वरूप जो मुद्गल ऋषि की गौवें ( इन्द्रियाँ ) जुते हुए दुर्धर रथ ( शरीर ) के साथ दौड़ रहीं थीं , वे निश्चल होकर मौद्गलानी ( मुद्गल की स्वात्मवृत्ति ) की ओर लौट पड़ीं।


के आस-पास के शब्द

  1. मुद्गपर्णी
  2. मुद्गर
  3. मुद्गल
  4. मुद्गल उपनिषद
  5. मुद्गल उपनिषद्
  6. मुद्गलोपनिषद
  7. मुद्गलोपनिषद्
  8. मुद्दई
  9. मुद्दत
PC संस्करण
English


Copyright © 2023 WordTech Co.